क्रिकेट के बीच धार्मिक भाषणबाजी! मोहम्मद रिजवान से इसलिए छिनी पाकिस्तानी टीम की कप्तानी

Mohammad Rizwan Captaincy: पाकिस्तान क्रिकेट टीम में बदलाव और उठापटक का दौर खत्म नहीं हुआ है. पिछले साल कोच और कप्तानों में कई बदलाव करने के बाद भी ये सिलसिला थमा नहीं है और अब मोहम्मद रिजवान को वनडे टीम की कप्तानी से निकाला जा चुका है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने हाल ही में ये फैसला लेते हुए रिजवान से कप्तानी छीनकर तेज गेंदबाज शाहीन शाह अफरीदी को ये जिम्मेदारी सौंपी. मगर क्या रिजवान को सिर्फ टीम के प्रदर्शन के कारण कप्तानी से हटाया गया? ये सवाल हर कोई पूछ रहा है और अब इसके पीछे एक ऐसी वजह सामने आ रही है, जिससे हैरानी भी नहीं होगी. दावा किया जा रहा है कि ड्रेसिंग रूम में हर मुद्दे को धर्म से जोड़ने के कारण रिजवान को हटाने का फैसला किया गया.

साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज से ठीक पहले पाकिस्तानी बोर्ड ने हाल ही में टीम की कप्तानी में बदलाव का ऐलान किया था. नए कोच माइक हेसन समेत PCB की सलाहकार समिति और चयन समिति की मीटिंग में कप्तानी में बदलाव का फैसला किया गया था. इसके बाद ही रिजवान को हटाकर शाहीन को ये जिम्मेदारी दी गई, जिन्हें पिछले साल 2024 की शुरुआत में टी20 टीम का कप्तान बनाया गया था लेकिन एक सीरीज के बाद ही हटा भी दिया गया था.

ड्रेसिंग रूम में धार्मिक भाषणबाजी नहीं आई पसंद

जहां रिजवान को हटाने के पीछे पाकिस्तानी टीम का चैंपियंस ट्रॉफी और फिर अलग-अलग वनडे सीरीज में खराब प्रदर्शन एक वजह मानी जा रही है, वहीं एक रिपोर्ट में ये दावा किया गया है कि ड्रेसिंग रूम में रिजवान की बातें भी उनके खिलाफ गईं. PTI की एक रिपोर्ट में पाकिस्तानी बोर्ड से जुड़े सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि रिजवान का ड्रेसिंग रूम के अंदर हर चर्चा को धर्म से जोड़ना कई खिलाड़ियों और टीम से जुड़े अधिकारियों को भी परेशान करता रहा है और ये बात कोच हेसन समेत बोर्ड को खास पसंद नहीं आई है.

पहले भी चर्चाओं में रहे रिजवान

रिजवान को लेकर पहले भी पाकिस्तानी टीम के कई खिलाड़ी बोलते रहे हैं कि वो ही टीम होटल में मौलवियों को बुलाकर खिलाड़ियों के लिए खास नमाज और भाषणों का आयोजन करते रहे हैं, जिसमें खिलाड़ियों को 5 वक्त की नमाज के लिए कहा जाता है. इतना ही नहीं, कई विदेशी दौरों पर भी रिजवान मस्जिदों में जाकर या किसी मदरसे में कुछ न कुछ धार्मिक भाषण देने के कारण चर्चाओं में भी रहे हैं.