क्यों विदेशी प्लेयर्स का हो रहा IPL से ‘मोहभंग’, इस वजह से PSL को दे रहे ज्यादा अहमियत

David Willey on IPL vs PSL: आईपीएल 2026 के ऑक्शन से पहले कुछ विदेशी प्लेयर्स ने आगामी सीजन में खेलने से इनकार कर दिया है. इस लिस्ट में सबसे बड़ा नाम फाफ डु प्लेसिस, मोईन अली का है.

इन दोनों खिलाड़ियों का कहना है कि वह इस साल आईपीएल की जगह पाकिस्तान सुपर लीग में खेलना चाहते हैं. ऐसे में बड़ा सवाल यह उठा रहा है कि विदेशी प्लेयर्स का इंडियन प्रीमियर लीग से मोहभंग क्यों हो रहा है? और क्यों खिलाड़ी पाकिस्तान सुपर लीग की तरफ ज्यादा आकर्षित हो रहे हैं? इस बात का जवाब इंग्लैंड के पूर्व ऑलराउंडर डेविड विली ने दिया है.

क्यों आईपीएल से हो रहा मोहभंग?

डेविड विली ने हिन्दुस्तान टाइम्स के साथ बातचीत करते हुए कहा कि पाकिस्तान सुपर लीग में कॉम्पिटिशन कम होने की वजह से प्लेयर्स को ज्यादा मैच खेलने का मौका मिलता है, जबकि आईपीएल में खिलाड़ियों को बेंच पर बैठे रहना पड़ता है.

उन्होंने कहा, “मेरे हिसाब से प्लेयर्स के लिए पीएसएल में चांस मिलने और खेलने के मौके ज्यादा रहते हैं. इसके साथ ही यह हर खिलाड़ी की परिस्थिति पर भी निर्भर करता है. प्लेयर्स को शायद ऐसा लगता है कि 10-11 हफ्ते बेंच पर बैठने से बेहतर है कि वो पीएसएल में खेलें, जहां उन्हें खेलने के ज्यादा मौके मिल सकते हैं. यह खिलाड़ियों के करियर के लिहाज से काफी महत्वपूर्ण फैक्टर बन जाता है.” हालांकि, विली ने आईपीएल को स्पेशल लीग बताया और कहा कि इसका कद काफी बढ़ा है.

कई प्लेयर्स ने नहीं भेजा है ऑक्शन में नाम

आईपीएल 2026 के ऑक्शन में कई स्टार विदेशी प्लेयर्स ने अपना नाम ऑक्शन के लिए नहीं भेजा है. इस लिस्ट में फाफ डु प्लेसिस, मोईन अली, ग्लेन मैक्सवेल, डेविड वॉर्नर, केन विलियमसन जैसे बड़े नाम शामिल हैं. फाफ को ऑक्शन से पहले दिल्ली कैपिटल्स ने रिलीज किया था, जबकि मोईन को भी केकेआर ने रिटेन नहीं करने का फैसला किया था. वहीं, डेविड वॉर्नर और विलियमसन पिछली बार ऑक्शन में अनसोल्ड रहे थे.

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