पूरे 12 साल के इंतजार के बाद भारत में महिला वर्ल्ड कप लौट आया है और टूर्नामेंट का पहला ही मैच मेजबान टीम इंडिया और श्रीलंका के बीच होने जा रहा है. गुवाहाटी में मंगलवार 30 सितंबर को होने वाले इस मैच में टीम इंडिया जीत की दावेदार के रूप में उतरेगी. इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम की सफलता काफी हद तक टीम की उप-कप्तान और स्टार ओपनर स्मृति मंधाना के प्रदर्शन पर निर्भर करेगी. अगर स्मृति का बल्ला चलता है तो भारतीय टीम की सफलता तो तय है, साथ ही उनके रिकॉर्ड भी बनने पक्के हैं और इसकी शुरुआत पहले मैच से ही हो जाएगी.
इंटरनेशनल क्रिकेट में पिछले करीब एक दशक से लगातार टीम इंडिया के लिए रन बरसा रहीं स्मृति मंधाना अक्सर वर्ल्ड कप जैसे टूर्नामेंट में अपने प्रदर्शन को दोहराने में नाकाम रही हैं. ऐसे में वो आलोचना का शिकार भी होती रही हैं. मगर इस बार बाएं हाथ की बल्लेबाज के पास इन आलोचनाओं को खत्म करने का मौका है और जिस तरह की फॉर्म में वो हैं, उसे देखते हुए ये सब संभव है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में लगातार 2 शतक जमाकर मंधाना ने संकेत दे दिए कि वो वर्ल्ड कप में भी कमाल करने के लिए तैयार हैं.
टीम इंडिया की उप-कप्तान मंधाना के पास श्रीलंका के खिलाफ पहले मैच से ही अपनी इस फॉर्म को जारी रखने का मौका रहेगा. इस मैच में भी टीम इंडिया को स्मृति से एक बड़ी पारी की जरूरत होगी. अब भारतीय ओपनर इस मैच में भी शतक जड़ती हैं तो वो महिला क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा वनडे शतक लगाने के मामले में दूसरे नंबर पर पहुंच जाएंगी. मंधाना ने अभी तक 13 शतक लगाए हैं और वो संयुक्त रूप से न्यूजीलैंड की सूजी बेट्स के साथ दूसरे नंबर पर हैं. मगर यहां शतक लगाते ही उनकी 14 सेंचुरी हो जाएंगी और वो पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मेग लैनिंग (15) को पीछे छोड़ने के और करीब पहुंच जाएंगी.
अब अगर मंधाना शतक लगाती हैं और फिर 112 रन बना लेती हैं तो वो वनडे क्रिकेट में अपने 5000 रन पूरे कर लेंगी और ऐसा करने वाली दुनिया की सिर्फ 5वीं जबकि भारत की दूसरी महिला क्रिकेटर बन जाएंगी. मगर सबसे खास बात ये है कि मंधाना सबसे तेज 5000 रन बनाने वाली महिला क्रिकेटर बन जाएंगी. मंधाना इस मामले में वेस्टइंडीज की दिग्गज स्टेफनी टेलर का रिकॉर्ड तोड़ देंगी, जिन्होंने 129 पारियों में ये रिकॉर्ड कायम किया था. मंधाना के नाम अभी 108 पारियों में 4888 रन हैं. वो 109 पारियों में ये कमाल कर सकती हैं.