India vs Pakistan Cricket: भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों के बीच एशिया कप के दौरान जोरदार टक्कर देखने को मिली थी. दोनों टीमें फाइनल सहित 3 बार आमने-सामने हुई थीं और हर बार टीम इंडिया को जीत मिली थी.
एशिया कप में भारतीय खिलाड़ियों ने पहलगाम हमले के विरोध में पाकिस्तानी खिलाड़ियों से हाथ नहीं मिलाया था. यहां तक कि कप्तान सूर्यकुमार यादव ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) और एशिया क्रिकेट काउंसिल (एसीसी) के हेड मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से भी इनकार कर दिया था. नकवी इससे नाराज होकर ट्रॉफी लेकर ही भाग गए. वह पाकिस्तान सरकार में आंतरिक मंत्रालय भी संभालते हैं और सोशल मीडिया पर भारत विरोधी पोस्ट करते रहते हैं.
गिड़गिड़ा रहा पाकिस्तान
भारत ने साफ कह दिया है कि जब तक पाकिस्तान आतंकियों का साथ नहीं छोड़ता है तब तक उसके साथ कोई द्विपक्षीय सीरीज टीम इंडिया नहीं खेलेगी. पाकिस्तान ने कई बार कहा है कि वह आतंक का विरोध करता है, लेकिन उसकी कथनी और करनी में काफी अंतर है. वह सार्वजनिक रूप से विरोध तो करता है, लेकिन आंतरिक रूप से आतंकियों को पनाह देता है और पैसे भी खर्च करता है. वह इन आतंकियों का इस्तेमाल भारत के खिलाफ करता है. इतने बड़े विवाद के बावजूद पाकिस्तानी खिलाड़ी चाहते हैं कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) उन्हें आईपीएल में खेलने का मौका दे.
वसीम अकरम की भावुक अपील
पाकिस्तान के महान खिलाड़ी वसीम अकरम ने आईसीसी से इस मामले को अपने हाथ में लेने का आग्रह किया है. बता दें कि आईसीसी के चेयरमैन जय शाह है और अकरम ने अप्रत्यक्ष रूप से उनसे ही ये अपील की है. अकरम ने आईसीसी से कहा है कि वह ‘खेल को राजनीति से दूर रखे’, जिससे क्रिकेट के मामले में दोनों देशों के बीच सालों की शत्रुता समाप्त हो जाएगी. अकरम ने पुरानी बात दोहराते हुए आईपीएल में पाकिस्तानी क्रिकेटरों और भारत के खिलाड़ियों को पाकिस्तान की लीग में खेलने की उम्मीद जताई है. उन्होंने जोर देकर कहा कि टी20 लीग में ‘हर देश के हर खिलाड़ी’ को चुना जाना चाहिए.
अकरम ने क्या कहा?
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान अकरम ने कहा, ”मुझे माफ करना, लेकिन क्रिकेट में मुझे जो पसंद नहीं है वह है राजनीति. सीधी बात. खेल को राजनीति से दूर रखा जाना चाहिए. लीग क्रिकेट में हर देश के हर खिलाड़ी को चुनें. साहसी बनें. बड़े बनें, लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हो रहा है और मुझे लगता है कि यहीं आईसीसी की भूमिका आती है. यहीं क्रिकेट बोर्डों की भूमिका आती है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि लीग का मालिक कौन है. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि टीमों का मालिक कौन है. हर देश के हर खिलाड़ी को चुना जाना चाहिए.”
आईपीएल से पाकिस्तानी खिलाड़ियों का निष्कासन
पाकिस्तानी क्रिकेटरों पर हमेशा आईपीएल में खेलने से प्रतिबंध नहीं था. कई पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने 2008 में उद्घाटन संस्करण में भाग लिया था, जिसमें शोएब अख्तर कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए और कामरान अकमल राजस्थान रॉयल्स के लिए खेले थे. यहां तक कि सोहेल तनवीर ने 22 विकेट लेकर उस सीजन में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज थे.हालांकि, 2008 के मुंबई आतंकी हमले के बाद बीसीसीआई ने पाकिस्तान और उसके क्रिकेटरों का आईपीएल में खेलने पर प्रतिबंध लगा दिया. वह अब तक कायम है. दोनों टीमों ने पिछली बार 2007 में टेस्ट सीरीज और 2012/13 में वनडे सीरीज खेली थी. अब भारत और पाकिस्तान केवल आईसीसी या एसीसी टूर्नामेंट के दौरान ही एक-दूसरे के खिलाफ खेलते हैं.