आईपीएल में अपने प्रतिभाशाली प्रदर्शन के दम पर कई खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट में एंट्री कर चुके हैं. हर आईपीएल सीजन कोई न कोई बल्लेबाज या गेंदबाज दमदार प्रदर्शन कर टीम इंडिया के लिए डेब्यू करने की दावेदारी ठोक देता है.
ऐसे ही एक टैलेंटेड बल्लेबाज ने बयान देते हुए कहा है कि उनका सपना भारत के लिए खेलना है और इसके वह बेहद करीब हैं. दरअसल, इस बल्लेबाज पिछले दो आईपीएल सीजन में 150 से ऊपर की स्ट्राइक रेट से बैटिंग कर तहलका मचाया. सिर्फ बैटिंग ही नहीं, कई अहम मौकों पर इस बल्लेबाज ने तूफानी पारियां खेलकर मैच जिताए भी हैं. हम यहां बात कर रहे हैं पंजाब किंग्स के स्टार बल्लेबाज शशांक सिंह की.
आईपीएल 2024 में रातों रात बने स्टार
शशांक सिंह 2024 आईपीएल के एक मुकाबले में तूफानी बैटिंग से जीत दिलाकर रातों रात स्टार बन गए थे, जिसके बाद टीम ने उनपर भरोसा जताते हुए लगभग बाकी सभी मुकाबलों में मौका दिया और उन्होंने निराश भी नहीं किया. इस सीजन के लिए पंजाब किंग्स फ्रेंचाइजी ने उन्हें सिर्फ 20 लाख रुपये में खरीदा था, लेकिन इस बल्लेबाज ने अपने प्रदर्शन से साबित किया कि वह एक मैच विनर हैं. उन्होंने 2024 में कई मुकाबलों में ताबड़तोड़ बैटिंग से टीम को जीत दिलाई. 14 मुकाबलों में 160 से ऊपर के स्ट्राइक रेट से शशांक ने 354 रन बनाए. इस प्रदर्शन के बाद उन्हें टीम ने 2025 सीजन के लिए करोड़ों रुपये देकर रिटेन किया. इस सीजन भी शशांक का बल्ला खूब बोला. उन्होंने 17 मैचों में 150 से ऊपर के स्ट्राइक रेट से 350 रन बनाए और अपनी टीम को लंबे समय बाद फाइनल तक पहुंचाने में अहम रोल निभाया.
‘भारत के लिए खेलने के बेहद करीब’
33 साल के शशांक सिंह ने एक इंटरव्यू में बताया कि भारत का प्रतिनिधित्व करने का उनका सपना उन्हें अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता है. उन्होंने कहा, ‘भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करने का मेरा सपना कुछ ऐसा है, जिसे मैं हासिल करने के बहुत करीब हूं और इसके लिए कड़ी मेहनत कर रहा हूं, क्योंकि क्रिकेट समर्पण और अनुशासन का नाम है.’ घरेलू क्रिकेट में प्रभावशाली प्रदर्शन के बावजूद राष्ट्रीय टीम में जगह नहीं मिलने पर शशांक ने कहा, ‘सच कहूं तो, मुझे नहीं पता कि मैं अभी तक राष्ट्रीय टीम का हिस्सा क्यों नहीं हूं. मेरे पास इसका कोई जवाब नहीं है. मेरा काम अच्छा प्रदर्शन करना और टीम को जीत दिलाने में मदद करना है. टीम को जीत की ओर ले जाना हमेशा से मेरी प्रेरणा रही है. मैं सिर्फ अपने व्यक्तिगत प्रदर्शन और हर मैच में बनाए गए रनों पर ध्यान केंद्रित नहीं कर सकता. क्रिकेट एक टीम गेम है. मायने यह रखता है कि मैंने टीम को कितने मैच जिताए हैं.”
‘सपना जल्द हकीकत में बदलेगा’
शशांक ने घरेलू क्रिकेट में ट्रॉफी जीतने के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, ‘मेरे राज्य ने अभी तक कोई चैंपियनशिप नहीं जीती है. दूसरे राज्यों के खिलाड़ियों के नाम चैंपियनशिप का खिताब है, चाहे वह विजय हजारे ट्रॉफी हो, रणजी ट्रॉफी हो या सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी. वे मैच जीतते हैं. मेरा मानना है कि इससे उन्हें उच्चतम स्तर पर पहचान हासिल करने में मदद मिलती है. हालांकि, इससे मुझे नहीं लगता कि राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने में इससे कोई बाधा आएगी. मुझे लगता है कि भारत का सर्वोच्च स्तर पर प्रतिनिधित्व करने के लिए जरूरी किसी भी गुण की कमी मुझमें नहीं है. यह सपना जल्द ही हकीकत में बदल जाएगा.’
‘मैं निराश हो जाता हूं…’
पंजाब किंग्स के लिए प्रभावी प्रदर्शन के बाद भी राष्ट्रीय टीम में जगह न मिलने पर मानसिक रूप से कैसा महसूस करते हैं. इस पर शशांक ने कहा, ‘निश्चित रूप से मैं निराश हो जाता हूं. मैं कुछ दिनों तक कारणों और बारीकियों के बारे में सोचता हूं और फिर आगे बढ़ जाता हूं. आखिरकार यह मुझ पर निर्भर करता है कि मैं इसे कैसे लेता हूं, और मेरा काम अच्छा प्रदर्शन करना और टीम को जीत दिलाना है. आप बस शेड्यूल का पालन कर सकते हैं और सही तरीके से ट्रेनिंग कर सकते हैं, इस उम्मीद के साथ कि आप अंतिम लक्ष्य हासिल कर लेंगे. मैं अपना सिर पीटने और यह सोचने के बजाय कि चीजें ठीक से क्यों नहीं हुईं, उसी प्रक्रिया का पालन कर रहा हूं. यह मेरे नियंत्रण से बाहर है.’
माता-पिता को दिया क्रेडिट
शशांक ने कहा, ‘मेरे करियर में माता-पिता, बहन, सभी कोचों और कई अन्य लोगों का अहम योगदान रहा है. मैं, जो कुछ भी हूं, उसका श्रेय सभी को जाता है.’ शशांक ने अपने करियर पर नजर डालते हुए कहा, ‘यह एक लंबा सफर रहा है, जिसमें कई उतार-चढ़ान देखने को मिले हैं. मैंने मध्य प्रदेश के लिए खेलना शुरू किया, फिर हम बॉम्बे चले गए और बाद में मैं छत्तीसगढ़ लौट आया. आईपीएल से मुझे पहचान मिली. मेरा मानना है कि सभी बाधाओं को पार करते हुए इस समय सही दिशा में हूं.’