इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने डोपिंग के मामले में एक तेज गेंदबाज पर बैन लगा दिया है. ICC की ओर से ये बैन नीदरलैंड के तेज गेंदबाज विवियन किंगमा पर लगाया गया है, जिन्होंने प्रतिबंधित ड्रग्स का सेवन किया था. जानकारी के मुताबिक, 30 साल के विवियन किंगमा ने कुछ वक्त पहले ही रिक्रिएशनल ड्रग का सेवन किया था, जो कोकेन से जुड़ा है. इस साल ये दूसरा ऐसा मामला है, जिसमें रिक्रिएशनल ड्रग्स के सेवन के कारण किसी इंटरनेशनल क्रिकेटर पर बैन लगा है. किंगमा से पहले साउथ अफ्रीका के दिग्गज तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा को IPL 2025 के दौरान ICC ने बैन किया था.
मई में लिया सैंपल, 3 महीने का लगा बैन
ICC ने मंगलवार 16 सितंबर को एक प्रेस रिलीज में विवियन किंगमा पर बैन का ऐलान किया. ICC ने बताया की नीदरलैंड के तेज गेंदबाज किंगमा को एंटी डोपिंग नियमों के उल्लंघन का दोषी पाए जाने के बाद 3 महीनों के लिए बैन कर दिया गया. ICC ने बताया कि एक टूर्नामेंट के दौरान किए गए डोप टेस्ट में डच पेसर को रिक्रिएशनल ड्रग्स के सेवन का दोषी पाया गया, जिसके बाद उन्हें 3 महीने के लिए किसी भी तरह के क्रिकेट से बैन कर दिया गया.
किंगमा का टेस्ट 12 मई को UAE और नीदरलैंड के मैच के बाद किया गया था. ICC ने बताया कि मेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप लीग 2 के इस मुकाबले के बाद किंगमा का सैंपल लिया गया था. एंटी डोपिंग कानून के तहत किसी भी खिलाड़ी का कभी भी टेस्ट लिया जा सकता है. ऐसा ही टेस्ट किंगमा का भी हुआ, जिसमें उनके सैंपल में बेंजॉयनलकोनिन पाया गया. ये एक तरह का कोकेन से जुड़ा ड्रग्स है, जो एंटी डोपिंग कोड के तहत प्रतिबंधित पदार्थ है और ऐसे में किंगमा को इसके सेवन का दोषी पाया गया.
रबाडा ने भी की थी ऐसी गलती
जानकारी के मुताबिक, नीदरलैंड के इस तेज गेंदबाज ने इस पदार्थ के सेवन की बात मानी लेकिन ये भी कहा कि उन्होंने टूर्नामेंट के दौरान इसका सेवन नहीं किया, बल्कि उससे पहले किया था. रिक्रिएशनल ड्रग्स उन पदार्थों को बोला जाता है जिनका सेवन नशे के लिए किया जाता है. मगर इनसे खेल के दौरान प्रदर्शन को बढ़ाने में मदद नहीं मिलती. इससे पहले साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा भी ऐसे ही मामले में फंसे थे, जब IPL 2025 के दौरान वो अचानक देश लौट गए थे और फिर एक महीने बाद उन पर रिक्रिएशनल ड्रग्स के कारण बैन का खुलासा हुआ था.
नीदरलैंड के लिए 56 इंटरनेशनल मैच खेल चुके दाएं हाथ के पेसर विवियन किंगमा पर ये बैन 15 अगस्त से लागू हुआ है. ICC ने साफ किया कि अगर ये तेज गेंदबाज सही से साबित करता है कि उन्होंने ट्रीटमेंट प्रोग्राम पूरा किया है तो उनका बैन एक महीने तक ही सीमित रह सकता है. इतना ही नहीं, 12 मई और उसके बाद खेले गए सभी मैच में किंगमा के प्रदर्शन को उनके रिकॉर्ड से हटा दिया गया है और ये अमान्य होंगे.