‘जैसा चाहते थे, वैसा ही मिला…’ गौतम गंभीर ने कोलकाता टेस्ट में हार के बाद ऐसा क्यों कहा?

कोलकाता के ईडन गार्डन्स में 6 साल के बाद टेस्ट क्रिकेट की वापसी तो हुई लेकिन नतीजा वो नहीं आया जो 2019 में निकला था. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियन साउथ अफ्रीका ने ईडन गार्डन्स में टीम इंडिया को उसके ही जाल में फंसाकर 30 रन से पहला टेस्ट मैच जीत लिया और सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली. इस हार के बाद टीम इंडिया और खास तौर पर कोच गौतम गंभीर निशाने पर आ गए क्योंकि उनके फैसलों पर सवाल उठ रहा है. खास तौर पर ईडन गार्डन्स में ऐसी पिच को लेकर उन्हें खूब घेरा जा रहा है. मगर गंभीर ने अब कहा है कि उन्हें जैसी पिच चाहिए थी, वैसी ही पिच मिली और टीम इंडिया ने बेहद खराब बैटिंग की.

ईडन गार्डन्स में 14 नवंबर को शुरू हुआ ये टेस्ट मैच तीसरे दिन यानि 16 नवंबर को दूसरे सेशन के साथ ही खत्म हो गया. टीम इंडिया को चौथी पारी में जीत के लिए 124 रन का लक्ष्य मिला था लेकिन अपनी परिस्थितियों में ही भारतीय बल्लेबाज स्पिनर्स का सामना करने में नाकाम रहे और पूरी टीम 93 रन के मामूली स्कोर पर ढेर हो गई. कप्तान शुभमन गिल चोट के कारण दूसरी पारी में बल्लेबाजी नहीं कर सके और इसका भी नुकसान टीम को हुआ लेकिन फिर भी ये स्कोर चेज न कर पाना कई सवाल खड़े कर गया.

मैच के दूसरे दिन ही जिस तरह से पिच बर्ताव कर रही थी, उसने हर किसी को हैरान कर दिया था और यही सवाल किया जा रहा था कि क्या वाकई टीम इंडिया ने खुद इस तरह की पिच बनवाई थी. टीम की हार के बाद कोच गौतम गंभीर ने खुद स्वीकार किया कि टीम ने बिल्कुल ऐसी ही पिच मांगी थी और इस हार के लिए उन्होंने खराब बल्लेबाजी को दोष दिया. प्रेस कॉन्फ्रेंस में गंभीर ने कहा, “जैसा हम चाहते थे, बिल्कुल वही मिला और हम उससे खुश थे. हम बिल्कुल ऐसी ही (पिच) चाहते थे. क्यूरेटर काफी मददगार रहे. अगर आप अच्छा नहीं खेलेगो तो ऐसा ही होगा.”

इस मैच में सिर्फ एक ही बल्लेबाज ने अर्धशतक लगाया और वो मैच की तीसरी पारी में साउथ अफ्रीकी कप्तान टेम्बा बावुमा के बल्ले से निकला. बावुमा ने 55 रन की नाबाद पारी खेली, जिसके दम पर साउथ अफ्रीका ने ये मुश्किल लक्ष्य रखा. गंभीर ने बावुमा का उदाहरण देते हुए बताया कि इस पिच पर अच्छे डिफेंस की जरूरत थी. उन्होंने कहा, “124 चेज करने लायक स्कोर था. इस पिच में कुछ भी गड़बड़ी नहीं थी. बावुमा, अक्षर और सुंदर ने रन बनाकर दिखाए. जिनका डिफेंस अच्छा था, उन्होंने रन बनाए. आपको स्पिन के खिलाफ बल्लेबाजी आनी चाहिए. अगर आपका डिफेंस मजबूत है तो आप ऐसी पिच पर रन बना सकते हो.”

गंभीर अब चाहे कितनी भी दलील दें लेकिन ये सच है कि उनके कोच बनने के बाद पिछले एक साल में भारतीय टीम ने अपने घर में 6 में से 4 टेस्ट मैच गंवाए हैं. पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ भी टीम इंडिया स्पिनर्स को नहीं खेल पाई थी और 0-3 से बुरी तरह हारी थी. अब एक और शिकस्त भारतीय टीम को मिली है. ऐसे में अब नजरें इस पर रहेंगी कि क्या गुवाहाटी में 22 नवंबर से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट मैच में भी ऐसी ही पिच टीम इंडिया मांगेगी?