भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के नए अध्यक्ष के चयन की चर्चाओं के बीच भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली की एक बार फिर वापसी हो गई. भारतीय बोर्ड के अध्यक्ष गांगुली एक बार फिर क्रिकेट के बॉस बन गए. मगर इस बार वो भारतीय क्रिकेट नहीं, बल्कि अपने घर यानि अपने राज्य बंगाल की क्रिकेट के मुखिया बन गए. गांगुली ने एक बार फिर बंगाल क्रिकेट संघ (CAB) की कमान संभाल ली. सोमवार 22 सितंबर को उन्हें CAB की वार्षिक आम बैठक (AGM) में अध्यक्ष चुन लिया गया. इसके साथ ही लगातार दूसरे कार्यकाल में गांगुली परिवार के हाथों में ही इस एसोसिएशन की कमान रहेगी.
कोलकाता में CAB की 94वीं AGM का आयोजन हुआ, जिसमें गांगुली को फिर से निर्विरोध अध्यक्ष चुना गया. इसके साथ ही कई दिनों से चल रही अटकलों पर औपचारिक मुहर भी लग गई. इस तरह गांगुली 6 साल बाद फिर से बंगाल क्रिकेट के बॉस बन गए. इससे पहले वो 2015 से 2019 तक इस संघ के अध्यक्ष थे. फिर 2019 में ही उन्होंने भारतीय क्रिकेट बोर्ड की कमान संभाली थी और 3 साल तक BCCI के अध्यक्ष रहे थे. BCCI के संविधान के चलते गांगुली पिछले 3 साल से ‘कूलिंग ऑफ’ से गुजर रहे थे और उसके खत्म होते ही फिर से CAB के प्रमुख बन गए.
सौरव गांगुली ने इस पद पर अपने ही बड़े भाई स्नेहाशीष गांगुली की जगह ली है, जो पिछले 3 साल से बंगाल क्रिकेट संघ के अध्यक्ष थे. स्नेहाशीष के 6 साल पूरे होने के कारण उन्हें ये पद छोड़ना पड़ा. सौरव गांगुली ने अपनी पुरानी गद्दी पर लौटने के साथ ही कुछ बड़े ऐलान भी किए. उन्होंने मशहूर ईडन गार्डन्स स्टेडियम को फिर से पुराने दिनों वाली छवि वापस दिलाने की घोषणा की, जिसके तहत फिर से इसकी क्षमता को एक लाख दर्शकों तक पहुंचाया जाएगा. करीब एक-डेढ़ दशक पहले तक ईडन की क्षमता एक लाख से ज्यादा ही थी और ये भारत का सबसे बड़ा स्टेडियम था. गांगुली ने हालांकि ये भी साफ किया कि ये योजना अगले साल के टी20 वर्ल्ड कप के बाद ही शुरू होगी.
पूर्व भारतीय कप्तान ने साथ ही अहम मुकाबलों को भी इस स्टेडियम में आयोजित कराने का वचन दिया, जिसमें टी20 वर्ल्ड कप 2026 सबसे पहला आयोजन होगा. कोलकाता में इस टूर्नामेंट के कितने और किस अहमियत के मुकाबले होते हैं, ये देखने लायक होगा. संयोग से गांगुली की CAB में वापसी उसी वक्त हो रही है, जब कोलकाता में टेस्ट क्रिकेट लौट रहा है. कोलकाता में भारत और साउथ अफ्रीका के बीच नवंबर में टेस्ट सीरीज का दूसरा मैच होगा. इसके साथ ही ईडन में 6 साल बाद कोई टेस्ट मैच खेला जाएगा. पिछला टेस्ट नवंबर 2019 में भारत और बांग्लादेश के बीच ही था, जो टीम इंडिया का और भारत में खेला गया पहला ही डे-नाइट टेस्ट मैच था. गांगुली के CAB अध्यक्ष रहते हुए ही ये मैच ईडन को मिला था और उनके BCCI अध्यक्ष बनने के कुछ ही दिनों बाद इसका सफल आयोजन हुआ था.