Suryakumar Yadav: एशिया कप 2025 के 12वें मैच में भारत का सामना ओमान से हो रहा है। सुपर-4 में सीट कन्फर्म कर चुकी टीम इंडिया ने इस मुकाबले में दो बदलाव किए। स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और वरुण चक्रवर्ती को आराम दिया गया और उनकी जगह अर्शदीप सिंह और हर्षित राणा की प्लेइंग इलेवन में एंट्री हुई।
भारत के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया।
फैंस को इस बात का अंदाजा तो था कि ओमान के खिलाफ मैच में टीम इंडिया बैटिंग ऑर्डर में कुछ प्रयोग कर सकती है। हुआ भी कुछ ऐसा… लेकिन सूर्यकुमार यादव ने जो किया, उसकी उम्मीद शायद ही किसी को थी। आंखें तरस गई, विकेट गिरते रहे, लेकिन सूर्या ने मानो मन बना लिया था कि आज बैटिंग करने नहीं जाऊंगा।
सूर्यकुमार यादव ने दी बड़ी कुर्बानी
भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही और शुभमन गिल सिर्फ पांच रन बनाकर चलते बने। इसके बाद नंबर-3 पर संजू सैमसन बल्लेबाजी के लिए उतरे। फैंस को लगा कि चलो ठीक है, सुपर-4 से पहले संजू को भी बैटिंग करने का मौका मिल रहा है। 8वें ओवर में अभिषेक शर्मा 15 गेंदों पर 38 रनों की तूफानी पारी खेलकर आउट हुए, लेकिन इसके बाद भी सूर्या बल्लेबाजी के लिए नहीं उतरे।
बल्लेबाजी करने नहीं आए सूर्या
जब हार्दिक पांड्या, तिलक वर्मा और अक्षर पटेल भी आउट हो गए तो सबको लगा कि अब तो कप्तान साहब बैटिंग करने आएंगे, लेकिन सूर्या ने फैंस को हैरान कर दिया। उनसे पहले हर्षित राणा, अर्शदीप सिंह और कुलदीप यादव भी बैटिंग करने आ गए। 20 ओवर तक सूर्या को बल्लेबाजी करते देखने के लिए आंखें तरस गई, लेकिन वो डगआउट में बैठे रहे। भारत ने 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 188 रन बनाए।
क्या है वजह?
बड़ा सवाल ये है कि टीम इंडिया के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने इतनी बड़ी कुर्बानी क्यों दी। खुद से ऊपर संजू सैमसन, हार्दिक और तिलक वर्मा को प्रमोट करने तक तो ठीक था, लेकिन उसके बाद भी क्यों बैटिंग करने नहीं आए? सोशल मीडिया पर फैंस इस फैसले को लेकर अलग-अलग रिएक्शन दे रहे हैं। कुछ लोगों ने सूर्या का समर्थन करते हुए कहा कि कप्तान ने बड़ी कुर्बानी दी है तो कुछ लोग ऐसे भी हैं जो उन्हें जमकर ट्रोल कर रहे हैं।
टीम इंडिया एशिया कप 2025 के सुपर-4 में एंट्री ले चुकी है। रविवार, 21 सितंबर को भारत का सामना पाकिस्तान से है। अहम मुकाबले में ज्यादा समय नहीं है और हो सकता है कि इसकी वजह से सूर्यकुमार यादव टीम की बैटिंग गहराई को आजमाना चाहते थे। एशिया कप में ओमान के खिलाफ मैच से पहले भारत के मिडिल ऑर्डर को कुछ करने का मौका नहीं मिला था क्योंकि ऊपरी क्रम के बल्लेबाजों ने आसानी से लक्ष्य का पीछा कर भारत को जीत दिलाई थी।