रणजी ट्रॉफी 2025-26 सीजन के दूसरे राउंड में गोवा की ओर से खेल रहे अर्जुन तेंदुलकर ने कर्नाटक के खिलाफ शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन से सबका ध्यान खींचा है. क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के बेटे अर्जुन ने इस मुकाबले में न सिर्फ अपनी गेंदबाजी से बल्कि बल्ले से भी कमाल दिखाया. अर्जुन ने मुश्किल परिस्थितियों में अपनी टीम को संभालने में अहम भूमिका निभाई है.
पहले गेंदबाजी में चमके अर्जुन तेंदुलकर
मैच की पहली पारी में अर्जुन तेंदुलकर ने अपनी गेंदबाजी से कर्नाटक के बल्लेबाजों को खासा परेशान किया. उन्होंने 29 ओवर की कड़ी मेहनत वाली गेंदबाजी में 100 रन देकर 3 बड़े विकेट हासिल किए. अर्जुन ने कर्नाटक के ओपनर निकिन जोस, कृषण श्रीजित और अभिनव मनोहर को पवेलियन की राह दिखाई. उनकी सटीक लाइन और लेंथ ने कर्नाटक की मजबूत बल्लेबाजी लाइनअप को दबाव में ला दिया. अर्जुन की यह गेंदबाजी गोवा के लिए शुरुआती सफलता दिलाने में कारगर रही, जिसने टीम को मैच में बनाए रखा.
बल्ले से खेली अहम पारी
इसके बाद जब गोवा की पहली पारी में जब टीम मुश्किल में थी, तब अर्जुन तेंदुलकर ने बल्लेबाजी में कमाल किया. गोवा ने सिर्फ 100 रन पर अपने 5 विकेट गंवा दिए थे, और कर्नाटक के गेंदबाज हावी होते नजर आ रहे थे. ऐसे में अर्जुन ने पारी को संभालने की जिम्मेदारी उठाई. तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक वह 115 गेंदों पर 43 रन बनाकर नाबाद रहे. उनकी इस पारी में 5 शानदार चौके और 1 छक्का शामिल रहा. जिसकी बदौलत गोवा ने दिन का खेल खत्म होने तक 6 विकेट के नुकसान पर 171 रन बना लिए. हालांकि, गोवा अभी भी कर्नाटक से 200 रन पीछे है, लेकिन अर्जुन की नाबाद पारी ने टीम को उम्मीद की किरण दी है.
अर्जुन तेंदुलकर की अब कोशिश होगी कि वह अपनी इस नाबाद पारी को एक बड़ी स्कोर में तब्दील करें, ताकि गोवा की स्थिति को और मजबूत किया जा सके. कर्नाटक की मजबूत गेंदबाजी के सामने यह चुनौती आसान नहीं होगी, लेकिन अर्जुन का आत्मविश्वास और तकनीक उन्हें इस स्थिति से निपटने में मदद कर सकती है. वह अभी तक काफी अच्छी लय में नजर आए हैं. जो इस घरेलू सीजन को देखते हुए उनके लिए एक अच्छी खबर है.