‘क्या पापा यार’… वैभव सूर्यवंशी ने 42 गेंदों में 144 रन जड़ने के बाद ऐसा क्यों कहा?

वैभव सूर्यवंशी ने एक बार फिर क्रिकेट के चाहने वालों को अपनी प्रतिभा और ताकत का एहसास करवा दिया. पहले ही 14 साल की उम्र में कई रिकॉर्ड बना चुके युवा भारतीय बल्लेबाज ने टीम इंडिया की नीली जर्सी में भी अपने बल्ले से ऐसा कोहराम मचाया, जिसे लंबे समय तक याद रखा जाएगा. एशिया कप राइजिंग स्टार में वैभव ने सिर्फ 32 गेंदों पर रिकॉर्डतोड़ शतक जमा दिया. दोहा में खेले गए मैच में वैभव ने UAE के खिलाफ ऐसी धुआंधार बैटिंग की. अपने इस यादगार शतक के बाद वैभव ने बताया कि कैसे उनके पिता ने इसमें मदद की.

कतर की राजधानी दोहा में शुक्रवार 14 नवंबर से इस एशिया कप टूर्नामेंट की शुरुआत हुई. इससे पहले एमर्जिंग एशिया कप के नाम से खेले जाने वाले इस टूर्नामेंट में पहली बार वैभव सूर्यवंशी को भी जगह मिली थी. इस तरह किसी भी लेवल के क्रिकेट में वो पहली बार भारत के लिए टी20 क्रिकेट खेल रहे थे. इससे पहले वो अंडर-19 लेवल पर टेस्ट और वनडे मैच खेल चुके थे. अपने पहले ही मैच में वैभव ने सिर्फ 32 गेंदों में शतक जमाकर इतिहास रच दिया.

वैभव की तूफानी बल्लेबाजी का गवाह तो पिछले करीब 6-7 महीनों से क्रिकेट फैन कई बार बन चुके थे. मगर इस बार उन्होंने पहले से भी ज्यादा आक्रामक तेवर दिखाए और 42 गेंदों में 144 रन कूट दिए. सिर्फ 14 साल की उम्र में वैभव कैसे इतने फोकस के साथ जबरदस्त बैटिंग कर लेते हैं? ये सवाल हर किसी के मन में होता ही होगा और जब बैटिंग के बाद वैभव से ये पूछा गया तो उन्होंने इसका श्रेय अपने पिता को दिया. वैभव ने कहा, “असल में मेरे पिता को इसका श्रेय जाता है क्योंकि वो बचपन से ही मेरे साथ काफी सख्त (क्रिकेट को लेकर) रहे हैं.”

यहीं पर वैभव ने वो बात कही, जो छोटी उम्र में कभी-न कभी हर बच्चे के मन में आती है, जब उसे कुछ सिखाया जाता है. वैभव ने कहा, “पहले मैं सोचता था क्या पापा यार इतने स्ट्रिक्ट रहते हैं. लेकिन अब मुझे ग्राउंड में इसका फायदा समझ में आता है. उन्होंने मेरा ध्यान भटकने नहीं दिया. उन्होंने मेरा फोकस क्रिकेट पर ही रखा. उन्होंने ये तय किया कि मैं कड़ी मेहनत करूं.”

इतनी छोटी उम्र में ही वैभव ने जिस तरह हर स्तर के क्रिकेट में अपनी धूम मचाई है, वो बताने के लिए काफी है कि उनके पिता ने कितनी मेहनत इसमें की है. वैभव ने इस साल ही अपना IPL डेब्यू किया था और IPL के सबसे युवा खिलाड़ी बने थे. फिर करियर की पहली ही गेंद पर छक्का जमाकर हर किसी को हिला दिया था. इसके बाद ज्यादा वक्त लिए बिना वैभव ने तीसरे ही मैच में सिर्फ 35 गेंदों में शतक जमा दिया और ऐसा करने वाले सबसे युवा बल्लेबाज बने. वहीं कुछ वक्त पहले इंग्लैंड दौरे पर अंडर-19 वनडे सीरीज में 52 गेंदों में शतक लगाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना चुके हैं.