एक दिन में 25 विकेट, 2 हैट्रिक और 13 बल्लेबाज 0 पर आउट, कभी नहीं देखा होगा इतना ड्रामा

हेडलाइन पढ़कर ही हैरानी और उत्सुकता होना स्वाभाविक है. क्रिकेट के लंबे इतिहास में कई मैच ऐसे हुए हैं, जिनमें खूब ड्रामा हुआ है. वर्ल्ड कप 2019 का फाइनल कौन भूल सकता है, जिसमें पहले तो मैच टाई हुआ और फिर सुपर ओवर में भी स्कोर बराबर हो गया. ऐसे ही कई मुकाबले खेले गए हैं, जिसमें विकेट का पतझड़ लगा है. मगर जैसा नजारा रणजी ट्ऱॉफी 2025-26 सीजन के एक मुकाबले में देखने को मिला, वो हाल के सालों में शायद ही किसी ने देखा होगा और ये हुआ असम-सर्विसेज के मैच में.

असम के तिनसुकिया में खेले गए इस मुकाबले का फैसला सिर्फ 2 दिन के अंदर हो गया और ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि बल्लेबाजों के लिए इस मैदान की पिच किसी कब्रगाह जैसी साबित हुई. शनिवार 25 अक्टूबर को शुरू हुआ ये मुकाबला दूसरे दिन का खेल पूरा होने से पहले ही खत्म हो गया. दोनों टीम के गेंदबाजों ने ऐसा कहर बरपाया कि पहले दिन ही 25 विकेट गिर गए और ये सिलसिला दूसरे दिन भी जारी रहा.

एक ही पारी में 2 हैट्रिक

इसकी शुरुआत सर्विसेज की ओर से हुई, जो मैच में पहले बॉलिंग कर रही थी. सिर्फ 19 गेंदों के अंदर 2 विकेट गिर गए थे. इसके बाद वो हुआ, जो रणजी ट्ऱॉफी के इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ. 12वें ओवर में बाएं हाथ के स्पिनर अर्जुन शर्मा ने लगातार 3 विकेट लेकर हैट्रिक पूरी कर ली. असम की पारी संभली भी नहीं थी कि तेज गेंदबाज मोहित जांगड़ा ने 15वें और 17वें ओवर में मिलाकर अपनी हैट्रिक पूरी कर ली. ये पहला मौका था जब एक ही पारी में 2 गेंदबाजों ने हैट्रिक ली थी.

पहले दिन गिरे 25 विकेट

इसका असर ये हुआ कि असम की पारी सिर्फ 103 रन पर ढेर हो गई. इसमें भी 6 बल्लेबाज खाता खोले बिना आउट हो गए. फिर हिसाब बराबर करने की बारी असम की थी और उसके लिए ये काम किया रियान पराग ने. स्पिन-ऑलराउंडर रियान ने गेंदबाजी की शुरुआत की और 5 विकेट लेते हुए सर्विसेज को 108 रन पर ढेर कर दिया. इसमें 4 बल्लेबाज अपना खाता नहीं खोल सके.

मगर ड्रामा अभी बाकी था और एक बार फिर असम के बल्लेबाजों को इसका शिकार होना पड़ा. दूसरी पारी में असम ने सिर्फ 39 रन पर 5 विकेट गंवा दिए थे. इस तरह मैच के पहले दिन ही कुल 25 विकेट ढेर हो गए. दूसरे दिन असम के बचे हुए 5 बल्लेबाज भी ज्यादा देर नहीं टिके और 75 रन पर पूरी टीम निपट गई. एक बार फिर असम के 3 बल्लेबाज 0 के स्कोर के साथ आउट हो गए.

सिर्फ 90 ओवर में मैच खत्म, 13 बल्लेबाजों का डक

सर्विसेज ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने से काफी पहले ही ये 71 रन का लक्ष्य 2 विकेट खोकर हासिल कर लिया और सिर्फ 90 ओवर में ये मैच पूरी तरह खत्म हो गया, जो रणजी ट्रॉफी इतिहास का सबसे छोटा मैच भी साबित हुआ. इस तरह मैच में कुल 32 विकेट (पहले दिन 25, दूसरे दिन 7) गिरे. इसमें भी 13 बल्लेबाज खाता खोले बिना आउट हुए, जबकि 2 अन्य बल्लेबाज अपना खाता नहीं खोल सके. हालांकि वो नॉट आउट ही थे.