आतंकवादी हमले और डर के माहौल में खेलने को मजबूर श्रीलंकाई क्रिकेट टीम को पाकिस्तान सरकार की तरफ से कड़ी सुरक्षा दी गई है. इस्लामाबाद में हुए धमाके के बाद श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने सीरीज बीच में ही छोड़ने का मन बना लिया था लेकिन श्रीलंका क्रिकेट (SLC) ने अपने ही खिलाड़ियों को धमकाकर ये सीरीज पूरी करने के लिए मजबूर कर दिया. ऐसे में पाकिस्तान सरकार ने पूरी श्रीलंकाई टीम को राजकीय अतिथि जैसी सुरक्षा दी, जिसमें दर्जन भर से ज्यादा पुलिस की गाड़ियों के बीच श्रीलंकाई टीम स्टेडियम पहुंची.
पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच रावलपिंडी में वनडे सीरीज खेली जा रही है. इस सीरीज के पहले वनडे मैच के दिन ही राजधानी इस्लामाबाद में एक कोर्ट के बाहर कार में धमाका हो गया था, जिसमें 19 लोगों की मौत हो गई थी. इस घटना के तुरंत बाद श्रीलंकाई टीम कई करीब एक दर्जन खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ के सदस्यों ने वापस अपने देश लौटने का ऐलान कर दिया था. ऐसे वक्त में पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी ने खिलाड़ियों को मनाने की खूब कोशिश की थी.
हालांकि, श्रीलंकाई खिलाड़ियों को तब अपना फैसला बदलना पड़ा था, तब उनके ही बोर्ड SLC ने खिलाड़ियों को सीधे धमका दिया था कि दौरा छोड़ने वाले खिलाड़ियों के खिलाफ कार्रवाई होगी. इसके बाद पाकिस्तान बोर्ड और सरकार ने खिलाड़ियों की सुरक्षा बढ़ाने का ऐलान किया था. बढ़ी हुई सुरक्षा की झलक इसके बाद दिखाई भी दी. सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में दिख रहा है कि श्रीलंकाई टीम स्टेडियम में प्रैक्टिस के बाद अपने होटल के लिए निकली है और इस दौरान उसके साथ एक दर्जन से ज्यादा पुलिस की गाड़ियां हैं.
काले रंग के हर पिकअप ट्रक में 2-2 बल्लेबाज राइफल लेकर पीछे बैठे हुए थे. जैसे ही टीम बस स्टेडियम से बाहर आई, तो दो पिकअप ट्रक आगे निकले और उसके पीछे एक के बाद एक 6 बस निकलीं, जिसमें श्रीलंकाई टीम के खिलाड़ी और अन्य अधिकारी थे. इस दौरान हर बस के पीछे भी एक पुलिस का पिकअप ट्रक था. इस दौरान स्टेडियम से होटलक तक की सड़क पूरी तरह खाली थी.
हालांकि, पाकिस्तानी बोर्ड को सीरीज के कार्यक्रम में भी बदलाव करना पड़ा था. 13 और 15 नवंबर को होने वाले सीरीज के बचे हुए दोनों मुकाबलों को एक-एक दिन आगे बढ़ाते हुए 14 और 16 नवंबर के लिए शिफ्ट कर दिया गया था. हालांकि, वेन्यू में कोई बदलाव नहीं किया गया था और मैच रावलपिंडी में ही खेले जाने हैं.