इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह चुके आर अश्विन अब एक बार फिर खेल के मैदान में दिखने वाले हैं. दाएं हाथ का ये दिग्गज स्पिनर अब टीम इंडिया के लिए Hong kong sixes में खेलेंगे. ये टर्नामेंट 7 नवंबर को शुरू होगा और फाइनल मैच 9 नवंबर को खेला जाएगा. आर अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था और हाल ही में उन्होंने आईपीएल से भी संन्यास ले लिया. अब ये खिलाड़ी विदेश की लीग्स में खेलता नजर आएगा. हॉन्ग कॉन्ग सिक्सेज़ के अलावा अश्विन की बिग बैश लीग में खेलने की भी चर्चाएं चल रही हैं. फिलहाल अश्विन 6 ओवर के फॉर्मेट वाले Hong kong sixes में दम दिखाने वाले हैं.
Hong kong sixes का इतिहास?
Hong kong sixes का आगाज साल 1992 में हुआ था और इस टूर्नामेंट में कुल 12 टीमें खेलती हैं. पाकिस्तान इस टूर्नामेंट की सबसे सफल टीम है जिसने 5 बार खिताब जीते हैं.भारत ने इस टूर्नामेंट को एक ही बार साल 2005 में जीता था, जबकि 1992, 1996 में टीम फाइनल में हारी.
Legendary Indian spinner Ravichandran Ashwin ( @ashwinravi99 ) is set to light up Hong Kong!
Hell be a key part of Team India at the @hongkongsixes 2025, happening from 79 November.
Fans will get the rare chance to watch Ashwins wizardry in the fastest, most entertaining pic.twitter.com/erpz6BQDnl
— Cricket Hong Kong, China (@CricketHK) September 18, 2025
Hong kong sixes के नियम
Hong kong sixes में दो टीमों में 6-6 खिलाड़ी खेलते हैं. हर खिलाड़ी एक ही ओवर फेंक सकता है और पारी 6 ओवर की होती है. इस टूर्नामेंट में फ्री हिट या नो बॉल नहीं होती.पचास रन बनाते ही कोई खिलाड़ी क्रीज पर बने नहीं रह सकता, उसे रिटायर होना पड़ता है. हर मैच जीतने पर दो अंक मिलते हैं.