IND W vs SA W: 12 साल से वर्ल्ड कप में चला आ रहा ये सिलसिला, क्या इस बार भी रहेगा बरकरार?

क्रिकेट फैंस के लिए आज यानी 2 नवंबर का दिन ऐतिहासिक होने वाला है. आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 का फाइनल मैच भारत और साउथ अफ्रीका की मजबूत टीमों के बीच खेला जाएगा. यह मुकाबला मुंबई के डीवाई पाटील स्टेडियम में दोपहर 3:00 बजे से शुरू होगा. दोनों टीमों ने टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन करते हुए फाइनल तक का सफर तय किया है, और अब खिताब के लिए कड़ा संघर्ष देखने को मिलेगा. इसी के साथ 25 साल बाद महिला वनडे वर्ल्ड कप को नया चैंपियन मिलेगा.

टॉस तय करेगा मैच का बॉस?

भारतीय महिला टीम ने इस टूर्नामेंट में अपनी ताकत का भरपूर प्रदर्शन किया है. यह उनके लिए वनडे वर्ल्ड कप का तीसरा फाइनल है, जहां वह ट्रॉफी के सूखे को खत्म करना चाहेगी. दूसरी ओर, साउथ अफ्रीका की टीम पहली बार वनडे वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंची है. लौरा वोल्वार्ड्ट और उनकी साथियों ने पूरे सीजन में आक्रामक क्रिकेट खेली और लगातार जीत हासिल कर इतिहास रचा है. यह मैच दोनों टीमों के लिए सपनों का मंच है, लेकिन इस फाइनल मैच में टॉस की भूमिका काफी अहम रहने वाली है.

आंकड़े बताते हैं कि पिछले तीन महिला वर्ल्ड कप फाइनलों में पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम ने ही जीत हासिल की है. ऐसे में टॉस जीतकर पहले बैटिंग चुनना फायदेमंद साबित हो सकता है. मुंबई की पिच आमतौर पर बल्लेबाजों को मदद करती है, लेकिन शाम ढलते ही गेंदबाजों को स्विंग और स्पिन का फायदा मिल सकता है. इसलिए, टॉस का फैसला मैच की दिशा तय करने में निर्णायक साबित हो सकता है.

पिछले तीन फाइनल के नतीजे

बता दें, 2013 वर्ल्ड कप का फाइनल मैच ऑस्ट्रेलिया और वेस्टइंडीज के बीच खेला गया था. इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी की थी और 114 रनों से बाजी मारी थी. इसके बाद 2017 में इंग्लैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 228 रन बनाए थे और रन चेज करते हुए भारत को 9 रनों से हार का सामना करना पड़ा था. पिछले फाइनल की बात की जाए तो ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड को 71 रनों से धूल चटाई थी. लेकिन खास बात ये भी है कि भारत ने सेमीफाइनल मैच इसी मैदान पर खेला था और महिला वनडे के इतिहास का सबसे बड़ा रन चेज करके दिखाया था.