IND vs SA: साउथ अफ्रीका के सामने जायसवाल की नाकामी जारी, मगर कोलकाता टेस्ट के पहले दिन टीम इंडिया भारी

कोलकाता में 6 साल के लंबे इंतजार के बाद टेस्ट क्रिकेट की वापसी हुई और पहले ही टीम इंडिया ने भारी संख्या में ईडन गार्डन्स स्टेडियम पहुंचे फैंस को निराश नहीं किया. साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट मैच के पहले दिन जसप्रीत बुमराह ने अपनी तेज गेंदबाजी का कहर बरपाया और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियन की बल्लेबाजी को ध्वस्त करते हुए 5 विकेट हासिल किए. हालांकि टीम इंडिया भी बल्ले से अच्छी शुरुआत करने में नाकाम रही क्योंकि युवा ओपनर यशस्वी जायसवाल की साउथ अफ्रीका के खिलाफ नाकामी यहां भी जारी रही.

ईडन गार्डन्स में शुक्रवार 14 नवंबर से टेस्ट सीरीज का पहला मैच शुरू हुआ और साउथ अफ्रीकी कप्तान टेम्बा बावुमा ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग चुनी. मगर इसके बाद जो-जो हुआ, वो शायद ही सोचा गया होगा. पहले तो साउथ अफ्रीका के ओपनर्स ने 10.3 ओवर में ही 57 रन की तेज शुरुआत की. साउथ अफ्रीकी ओपनर ऐसी आक्रामक बैटिंग करेंगे, इसकी उम्मीद नहीं थी. मगर यहां से अफ्रीकी टीम और कोई बड़ी साझेदारी नहीं कर पाई और धीरे-धीरे विकेट गिरते रहे.

साउथ अफ्रीका ने 57 रन पर पहला विकेट गंवाया और 159 रन पर उसकी पूरी पारी ढेर हो गई. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियन से ऐसी बैटिंग की उम्मीद भी नहीं थी. मगर ऐसा हुआ और इसकी वजह बने स्टार तेज गेंदबाज बुमराह, जिन्होंने इन 10 में से 5 विकेट तो अकेले ही ले लिए. बुमराह ने ही शुरुआती 2 विकेट हासिल किए और फिर पारी के आखिरी 2 विकेट भी उन्होंने ही झटके. आखिरी विकेट के साथ बुमराह ने टेस्ट क्रिकेट में 16वीं बार एक पारी में 5 शिकार किए. उनके अलावा कुलदीप यादव और मोहम्मद सिराज ने भी 2-2 विकेट झटके, जबकि एक सफलता अक्षर पटेल को मिली.

जब बारी टीम इंडिया की आई तो नजरें यशस्वी जायसवाल पर थीं. ऐसा इसलिए क्योंकि अभी तक जिन-जिन टीमों के खिलाफ जायसवाल को टेस्ट क्रिकेट में खेलने का मौका मिला है, लगभग सबके खिलाफ उन्होंने दमदार प्रदर्शन किया है. कम से कम एक अर्धशतक तो उनके बल्ले से निकला ही है लेकिन साउथ अफ्रीका के खिलाफ वो नाकाम रहे थे. पिछली बार साउथ अफ्रीका दौरे पर 4 पारियों में वो सिर्फ 50 रन बना पाए थे. ऐसे में ये उनके लिए एक बड़ा मौका था लेकिन भारतीय पिच पर भी उनका बल्ला साउथ अफ्रीका के खिलाफ नहीं चल पाया और मार्को यानसन की गेंद पर वो बोल्ड हो गए.

इसके बाद तीसरे नंबर पर बैटिंग के लिए आए वॉशिंगटन सुंदर, जिन्हें साई सुदर्शन की जगह प्लेइंग-11 में चुना गया था. टीम के ऐलान के बाद से ही लगातार इस फैसले पर चर्चा हो रही थी और इसके लिए कोच गौतम गंभीर की जमकर आलोचना भी हुई. मगर सुंदर ने क्रीज पर उतरने के बाद राहुल के साथ पारी को संभाला और 14 ओवर की बल्लेबाजी के दौरान दोनों ने 19 रन जोड़े. इस दौरान केशव महाराज और साइमन हार्मर की स्पिन जोड़ी ने दोनों को परेशान किया लेकिन फिर भी टीम इंडिया को कोई नुकसान नहीं हुआ और दिन का खेल खत्म होने तक स्कोर 1 विकेट पर 37 रन हो गया.