India vs South Africa: कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में 6 साल के लंबे इंतजार के बाद टेस्ट क्रिकेट की वापसी हो रही है. शुक्रवार 14 नवंबर से भारत और साउथ अफ्रीका के बीच इस ऐतिहासिक मैदान पर टेस्ट सीरीज की शुरुआत होगी. पिछली बार यहां 2019 में भारत और बांग्लादेश के बीच पिंक बॉल टेस्ट मैच खेला गया था. वहीं भारत और साउथ अफ्रीका के बीच तो पूरे 15 साल बाद ईडन गार्डन्स में टक्कर होने वाली है. तब टीम इंडिया ने बड़ी आसानी से वो टेस्ट मैच जीता था लेकिन इस बार उसके लिए ये इतना आसान नहीं होने वाला और इसकी वजह साउथ अफ्रीका का ‘ट्रिपल थ्रेट’. मगर ये ‘ट्रिपल थ्रेट’ है क्या?
चलिए इसके बारे में विस्तार से आपको समझाते हैं. सबसे पहले ये समझिए कि ईडन गार्डन्स में होने वाला ये मुकाबला बल्लेबाजों और गेंदबाजों के लिए समान रूप से मददगार पिच पर खेला जाएगा. कम से कम पिच के क्यूरेटर सुजान मुखर्जी का तो यही कहना है. उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा था कि मैच के दौरान पिच में उछाल भी अच्छा होगा और तीसरे दिन से टर्न भी मिलेगा. यानि उससे पहले बल्लेबाजों की राह आसान होगी. मगर अंत में हमेशा की तरह ये पिच स्पिनर्स को ही मदद करेगी, जैसा कि यहां और भारत के ज्यादातर स्टेडियम में होता ही है.
केशव महाराज संभालेंगे कमान
पिच का यही मिजाज साउथ अफ्रीका की भी मदद कर सकता है, बस उन्हें बल्ले से थोड़ा दम दिखाना होगा. अगर वो ऐसा करने में सफल होती है तो टीम इंडिया के लिए साउथ अफ्रीका की स्पिन तिकड़ी चुनौती बन सकती है और ये ही वो ‘ट्रिपल थ्रेट’, जिससे बचना होगा. इस स्पिन तिकड़ी के अगुवा हैं अनुभवी स्पिनर केशव महाराज. पिछले कई सालों से महाराज साउथ अफ्रीकी टीम का हिस्सा रहें हैं लेकिन बीते 2 साल में टेस्ट क्रिकेट में उनकी फॉर्म लाजवाब रही है और इसका सबसे ताजा उदाहरण पाकिस्तान दौरे पर दूसरे टेस्ट में दिखा था.
रावलपिंडी में खेले गए उस टेस्ट की पहली पारी में महाराज ने 7 और दूसरी पारी में 2 विकेट लिए थे और इस तरह टीम को मैच जिताया था. इतना ही नहीं, पिछले दो सालों में तो महाराज दुनिया के सबसे बेहतरीन स्पिनर्स में रहे हैं. साल 2024 में महाराज ने 7 टेस्ट में 19 की औसत से 35 विकेट हासिल किए थे. वहीं इस साल 4 टेस्ट में ही वो 24 की औसत से 19 विकेट ले चुके हैं. भारत में हालांकि महाराज ने 2 टेस्ट में सिर्फ 6 विकेट लिए हैं लेकिन ये 6 साल पुरानी बात है. इस बार वो ज्यादा खतरनाक लय में होंगे.
ये दो स्पिनर भी कम खतरनाक नहीं
महाराज के अलावान साइमन हार्मर और सेन्युरन मुथुसामी भी टीम इंडिया के लिए घातक साबित हो सकते हैं. महाराज की तरह बाएं हाथ के स्पिनर मुथुसामी ने 2019 में भारत के खिलाफ ही टेस्ट डेब्यू किया था लेकिन 6 साल में सिर्फ 7 मैच ही वो खेल सके हैं. इसमें भी 4 टेस्ट पिछले एक साल यानि अक्टूबर 2024 से अब तक आए हैं और इसमें वो 20 विकेट झटक चुके हैं. हाल ही में पाकिस्तान दौरे पर लाहौर टेस्ट की पहली पारी में 6 और दूसरी पारी में 5 विकेट इस गेंदबाज ने हासिल किए थे.
रही बात हार्मर की तो सिर्फ 12 टेस्ट मैच खेलने वाले इस ऑफ स्पिनर के पास फर्स्ट क्लास क्रिकेट का लंबा अनुभव है. 36 साल के हार्मर ने 234 फर्स्ट क्लास मुकाबलों में 1000 विकेट हासिल किए हैं. अपने 12 टेस्ट में 52 विकेट लेने वाले हार्मर ने 2025 में 2 मैच खेले हैं और ये दोनों मैच पिछले महीने के पाकिस्तान दौरे पर ही आए. वहां हार्मर ने रावलपिंडी टेस्ट की दूसरी पारी में 6 विकेट समेत 4 पारियों में कुल 13 शिकार किए थे. कुल मिलाकर देखें तो साउथ अफ्रीका के तीनों स्पिनर इस वक्त फॉर्म में हैं और ये टीम इंडिया के लिए बड़ी आफत साबित हो सकती है.