वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में टीम इंडिया अपनी तीसरी सीरीज के लिए तैयार है और इस बार उसका सामना मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन साउथ अफ्रीका से है. कोलकाता में शुक्रवार 14 नवंबर से इस सीरीज की शुरुआत हो रही है, जिसमें सिर्फ 2 टेस्ट मैच ही खेले जाएंगे. मगर ये 2 टेस्ट मैच भी टीम इंडिया के लिए बड़ी चुनौती होने वाले हैं. सिर्फ इसलिए ही नहीं क्योंकि टीम इंडिया का सामना वर्ल्ड चैंपियन से हो रहा है, बल्कि इसलिए भी क्योंकि जो हथियार लेकर साउथ अफ्रीकी टीम भारत आई है, वो पहले भी टीम इंडिया को परेशान कर चुके हैं. ये हथियार हैं- बाएं हाथ के स्पिनर.
हमेशा की तरह भारत में होने वाली हर टेस्ट सीरीज स्पिनर्स के दबदबे के लिए जानी जाती रही है और इस बार भी कहानी वही रहेगी, इसमें शायद ही किसी को संदेह हो. साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों को तो भारतीय स्पिनर्स के सामने जूझना ही पड़ेगा, इसमें कोई दोराय है ही नहीं क्योंकि विदेशी, खास तौर पर एशिया से बाहर के बल्लेबाजों को भारतीय पिच पर स्पिनर्स की उंगलियों पर नाचते देखना कोई नई बात नहीं है.
बाएं हाथ के ये 2 स्पिनर बनेंगे खतरा
मगर इस बार स्थिति इसलिए अलग है क्योंकि भारतीय बल्लेबाजों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि साउथ अफ्रीकी टीम 3 ऐसे स्पिनर्स के साथ आई है, जो इस वक्त अच्छी फॉर्म में हैं. खास तौर बाएं हाथ के 2 स्पिनर्स- केशव महाराज और सेन्युरन मुथुसामी. केशव महाराज से तो ज्यादातर भारतीय फैंस परिचित होंगे ही. टेस्ट क्रिकेट में 200 से ज्यादा विकेट लेने वाले साउथ अफ्रीका के एकमात्र स्पिनर महाराज पिछले 2 साल में बेहतरीन फॉर्म में हैं.
महाराज ने 2024 से अभी तक 11 टेस्ट मैच में 54 विकेट झटक चुके हैं. हाल ही पाकिस्तान दौरे पर तो महाराज ने एक पारी में ही 7 विकेट हासिल कर लिए थे. महाराज के अलावा मुथुसामी भी खतरनाक साबित हो चुके हैं. वो भी बाएं हाथ के पारंपरिक स्पिनर हैं और 7 टेस्ट में 22 विकेट झटक चुके हैं. इसमें से 11 विकेट तो पाकिस्तान के खिलाफ एक ही मैच में इस स्पिनर ने झटक लिए थे. ऐसे में वो भारतीय पिचों पर भी खतरनाक साबित हो सकते हैं.
एजाज पटेल ने झटके थे 10 विकेट
बाएं हाथ स्पिनर्स पर इतना ध्यान देने की सबसे बड़ी वजह पिछले करीब 4 साल का इतिहास है. असल में 2021 से अब तक भारत दौरे पर एशिया से बाहर की जितनी भी टीम आईं, उनकी तरफ से बाएं हाथ के स्पिनर्स ने कुछ न कुछ कमाल किया ही. नवंबर 2021 में मुंबई टेस्ट में न्यूजीलैंड के एजाज पटेल ने तो एक ही पारी में सभी 10 विकेट झटक लिए थे. उन्होंने उस मैच में कुल 14 विकेट लिए थे. वहीं इसके बाद 2023 में ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत दौरे पर आई थी. इस दौरान डेब्यू कर रहे बाएं हाथ के स्पिनर मैथ्यू कूह्नेमन ने एक ही पारी में 5 विकेट हासिल किए थे. श्रीलंका दौरे पर भी इस गेंदबाज ने इस साल 2 मैच में ही 16 विकेट झटक लिए थे.
हार्टली-सैंटनर ने भी किया तहस-नहस
सिर्फ इतना ही नहीं, 2024 की शुरुआत में भारत दौरे पर आई इंग्लैंड के लिए युवा लेफ्ट आर्म स्पिनर टॉम हार्टली ने काफी असर डाला. इस गेंदबाज ने तब 5 टेस्ट में 22 विकेट झटके, जिसमें से 7 विकेट तो एक ही पारी में आए थे. वहीं सबसे यादगार और असरदार लेफ्ट आर्म स्पिनर तो पिछले साल ही देखने को मिला, जब न्यूजीलैंड की टीम भारत दौरे पर आई थी और उसने ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए टीम इंडिया का 3-0 से क्लीन स्वीप कर दिया था. न्यूजीलैंड की उस हैरतअंगेज जीत के स्टार बने थे बाएं हाथ के स्पिनर मिचेल सैंटनर. इस स्पिनर ने भारत में 4 टेस्ट में 23 विकेट हासिल किए हैं, जिसमें से 13 विकेट तो पुणे टेस्ट में ही आए थे. यानि साफ है कि टीम इंडिया को इस सीरीज में सिर्फ स्पिनर्स नहीं बल्कि हाथ के स्पिनर से ज्यादा खतरा है.