Ashes 2025: ऑस्ट्रेलिया को लगा एक और झटका, पैट कमिंस के बाद ये पेसर भी पर्थ टेस्ट से बाहर

Australia vs England: जहां इस वक्त क्रिकेट फैंस की नजरें 14 नवंबर से शुरू हो रही भारत और साउथ अफ्रीका टेस्ट सीरीज पर टिकी हुई हैं, तो वहीं उसके ठीक एक हफ्ते बाद शुरू हो रही एशेज 2025 का भी सबको बेसब्री से इंतजार है. पूरी दुनिया के क्रिकेट फैंस के लिए ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच होने वाली ये सीरीज बहुत लोकप्रिय है और इस बार 5 टेस्ट मैच की ये सीरीज ऑस्ट्रेलिया में खेली जानी है. मगर इससे पहले मेजबान टीम ही मुश्किल में फंसी हुई है क्योंकि एक-एक कर उसके गेंदबाज चोट के कारण बाहर हो रहे हैं. कप्तान पैट कमिंस के बाद अब तेज गेंदबाज शॉन एबट भी पहले टेस्ट मैच से बाहर हो गए हैं.

शील्ड मैच में चोट के कारण बाहर

पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में 21 नवंबर से ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का पहला मैच शुरू होगा. इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम अपने कप्तान और स्टार तेज गेंदबाज पैट कमिंस के बिना उतरेगी. ऐसे में पहले से ही ऑस्ट्रेलियाई टीम की गेंदबाजी थोड़ी कमजोर नजर आ रही है. मगर उसकी आफत बढ़ाने के लिए अब एक और बुरी खबर आ गई है. कमिंस के बाद अब तेज गेंदबाज शॉन एबट भी पर्थ टेस्ट से बाहर हो गए हैं.

एशेज से पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम में चुने गए ज्यादातर खिलाड़ी घरेलू फर्स्ट क्लास टूर्नामेंट शेफील्ड शील्ड में हिस्सा ले रहे हैं. इस टूर्नामेंट में ही न्यू साउथ वेल्स की ओर से खेल रहे स्टार तेज गेंदबाज जॉश हेजलवुड और शॉन एबट मैच के तीसरे दिन गेंदबाजी के दौरान चोटिल हो गए थे. हेजलवुड की दाईं हैमस्ट्रिंग में खिंचाव आ गया था, जबकि एबट की बाईं हैमस्ट्रिंग में यही परेशानी उठी थी. इसके चलते दोनों खिलाड़ी पहला सेशन खत्म होने के बाद मैदान पर नहीं उतरे और दोनों को स्कैन के लिए अस्पताल ले जाया गया.

मगर हेजलवुड पूरी तरह फिट

जहां ऑस्ट्रेलिया के लिए बड़ी राहत ये रही कि हेजलवुड की चोट गंभीर नहीं थी और उन्हें पहले टेस्ट के लिए फिट घोषित कर दिया गया. वहीं एबट की चोट ज्यादा गंभीर पाई गई और इसके चलते वो पहले टेस्ट मैच से बाहर हो गए हैं. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने फिलहाल एबट के रिप्लेसमेंट का ऐलान नहीं किया है. पैट कमिंस की गैरहाजिरी में ऑस्ट्रेलियाई टीम स्कॉट बोलैंड को पेस अटैक में शामिल करेगी और ऐसे में एबट चौथे तेज गेंदबाज के रूप में प्लेइंग-11 में जगह बना सकते थे. मगर अब ऑस्ट्रेलियाई टीम को दूसरा प्लान तैयार करना होगा.