वैभव सूर्यवंशी में आया बदलाव, अब पहले जैसे नहीं, बचपन के कोच ने ऐसा क्यों कहा?

Vaibhav Suryavanshi: वैभव सूर्यवंशी इन दिनों राइजिंग स्टार्स एशिया कप में खेलने को लेकर दोहा में हैं. 8 टीमों के बीच होने वाले इस टूर्नामेंट में वैभव सूर्यवंशी सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं. 14 साल के वैभव का राइजिंग स्टार्स एशिया कप के लिए इंडिया ए में चुना जाना, किसी बड़े मौके से कम नहीं. इस मौके को अगर वो भुनाते हैं तो फिर उसके बाद उनके सीनियर टीम में आने की उम्मीदें भी और प्रबल होंगी. लेकिन, इस बीच उनमें आए बदलावों पर बचपन के कोच मनीष ओझा ने बड़ा बयान दिया है. मनीष ओझा के मुताबिक ये बदलाव वैभव सूर्यवंशी के खेलने के तरीके में आए हैं.

वैभव सूर्यवंशी की बल्लेबाजी में बदलाव

वैभव सूर्यवंशी हाल ही में जब पटना के मोइन-उल- हक स्टेडियम पर रणजी के मुकाबले खेल रहे थे तो उस दौरान मनीष ओझा की उनसे मुलाकात हुई. इस मुलाकात के दौरान मनीष ओझा की अपने शिष्य से काफी सारी बातें हुई. मनीष ओझा ने वैभव सूर्यवंशी की बल्लेबाजी में बदलाव देखा, जिसका उन्होंने TV9 हिंदी से खास बातचीत में जिक्र किया.

मनीष ओझा, वैभव सूर्यवंशी के बचपन के कोच हैं और करीब 8-9 साल की उम्र से ही उन्हें ट्रेन कर रहे हैं. ऐसे में वैभव सूर्यवंशी की बल्लेबाजी के बदले तेवर पर उनसे ज्यादा ध्यान किसी और का जा भी नहीं सकता है. उन्होंने TV9 हिंदी से कहा कि IPL और इंडिया अंडर 19 खेल लेने के बाद वैभव की बल्लेबाजी में काफी बदलाव आया है.

वैभव सूर्यवंशी की बल्लेबाजी में क्या बदला?

मनीष ओझा के मुताबिक वैभव के अंदर पहला बदलाव उसके कॉन्फिडेंस लेवल में आया है. उन्होंने कहा कि इतने टूर्नामेंट, फॉर्मेट और लीग खेल लेने के बाद उनका आत्मविश्वास पहले से कहीं ज्यादा बढ़ चुका है.

इसके अलावा मनीष ओझा ने बताया कि वैभव सूर्यवंशी का गेम सेंस भी पहले से ज्यादा डेवलप हुआ है. मतलब अलग-अलग सिचुएशन में कैसे खेलना है. कंडीशन में कैसे ढलना है. इन बातों को लेकर उनकी समझ विकसित हुई है.

आखिरी बात वैभव सूर्यवंशी में आए बदलाव को लेकर उन्होंने ये बताई कि वो अब पहले जैसे क्रीज पर उतरकर बल्ला चलाने नहीं लगते. बल्कि हमने देखा है. कि वो विकेट को भांपते हैं. उसे परखकर फिर उसके मुताबिक अपने शॉट खेलने शुरू करते हैं.

मिजाज नहीं बल्लेबाजी का तेवर बदला है

कुल मिलाकर वैभव सूर्यवंशी पहले की तुलना में अब काफी बदल गए हैं. लेकिन, ये बदलाव उनके मिजाज में नहीं आया बल्कि उनकी बल्लेबाजी के तेवर में आया है, जो कि अच्छे संकेत हैं.